4 अप्रैल का इतिहास

Kundan
0

  1. इतिहास में चार अप्रैल का दिन युद्ध की दो बड़ी घटनाओं के साथ जुड़ा है।
 1858 में चार अप्रैल के दिन अंग्रेजी सेना के खिलाफ भीषण संघर्ष के बाद झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को झांसी को छोड़ना पड़ा था।  
 दूसरे विश्च युद्ध का निर्णायक मोड़ कहा जाने वाला ‘द बैटल ऑफ कोहिमा’ 1944 को आज ही के दिन शुरू हुआ था

 1968 में आज ही के दिन मार्टिन लूथर किंग की टेनेसी के मेमफिस में एक मोटेल में हुई थी हत्या 1904 में आज ही के दिन हरदिल अजीज गायक और कलाकार कुंदन लाल सहगल का हुआ था जन्म 
 1768 : फिलिप एस्ले ने माडर्न सर्कस का पहला शो पेश किया।
 1769 : हैदर अली ने पहले एंग्लो:मैसूर युद्ध में शांति की शर्तें तय कीं। 
1818 : अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका के झंडे को मंजूरी दी। 
1858 : हुग रोस की अगुवाई वाली ब्रिटिश सेना के खिलाफ भीषण युद्ध के बाद रानी लक्ष्मीबाई को झांसी को छोड़ना पड़ा। वह पहले काल्पी और फिर ग्वालियर गईं। 
1904 : हिंदी सिनेमा के हरदिल अजीज गायक और कलाकार कुंदन लाल सहगल का जन्म।
 1905 : भारत की कांगड़ा घाटी में भूकंप से 20,000 लोगों की मौत। 
1910 : श्री अरबिंदो पुडुचेरी पहुंचे जो बाद में उनके ध्यान और अध्यात्म का केन्द्र बना। 
1944 : द्वितीय विश्व युद्ध में एंग्लो अमेरिकी सेना की बुखारेस्ट में तेलशोधन संयंत्रों पर पहली बमबारी, तीन हजार नागरिकों की मौत। 
1968 : मार्टिन लूथर किंग की टेनेसी के मेमफिस में एक मोटेल में हत्या 
1968 : नासा ने अपोलो 6 का प्रक्षेपण किया। 
1975 : बिल गेट्स और पॉल एलेन के बीच भागीदारी से न्यू मैक्सिको के अलबकर्क में माइक्रोसाफ्ट की स्थापना। 
1979 : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को मौत की सजा। 
1983 : अंतरिक्ष शटल चैलेंजर ने अपनी पहली उड़ान भरी। 
2020 : दुनियाभर में कोराना वायरस से 59 हजार से अधिक लोगों की मौत, संक्रमण के मामले 11 लाख के पार। भारत में कुल मामलों की संख्या 3619, मरने वालों का आंकड़ा सौ के करीब।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Thank you for comments

एक टिप्पणी भेजें (0)